Sahil writer

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खुद खुद से वादा



मेरा खुद से वादा है एक 
हार ना मानूंगी कभी 
आएगा चाहे जैसी भी घड़ी 

ज़िन्दगी की हर मुश्किल को 
पार कर के दिखाना है 
लगा जाए चाहे जीवन मे 
कैसी भी झड़ी 

आँखो से ना अब अपनी 
बरसात को बहाना है 
आसुओ को भी मैंने जीना सीखना है 
आ जाए चाहे मुस्किले बड़ी से बड़ी 

अपने हौसलों  की उड़ानों को 
आसमानो तक ले जाना है 
अपने नाम को सितारों मे चमकना है 
राहों मेँ आ जाए चाहे कितने भी डगर 

दिल मे हजारों गम के सफ़र लिए 
आग के दरिया मे नंगे पैर जाना है 
आएगा कितने भी अंगारो से छाले 
ऐ दिल ना तुझे अब घबराना है 

ज़िन्दगी को हँसते  हुए मुस्कुराते हुए 
तुझे तो आगे कदम बढ़ाना है 
नई नई मंज़िलो को अपने खून 
पसीने से सपनो का महल बनाना है 

Sahil writer.........

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4 Comments

वाह लाजवाब लाजवाब

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kapil sharma

12-May-2021 08:08 PM

आप अच्छे राइटर्स है सर

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ANAS•creation

12-May-2021 07:44 PM

Super 👍👍

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